Tiger is alive! टाईगर जिन्दा है!

खंडन - इस लेख में किये गए व्यंग्य, लेख की रोचकता बनाये रखने के लिये ही किया गया । यदि फिर भी किसी  दिल को चोट पहुँचती है तो उसके लिये  Indianspolitical.com खेद व्यक्त करता है। 





2024 के नतीजे आने के बाद विपक्ष पर ताना मारते हुए सवाल किया गया था कि टाईगर ( चुनावी यंत्र) जिन्दा है या मर गया? साथ ही इसकी शवयात्रा निकालने की भी बात कही थी। इन सवालों का जवाब विपक्ष द्वारा नहीं बल्कि  Vote for Democracy और ADR  नामक संस्थाओं  द्वारा दिया गया है। Vote for Democracy द्वारा प्रस्तुत एक सर्वे Report: Conduct of Lok Sabha Election 2024   के अनुसार मतदान के बाद रात के 7 से 9 बजे तक के आंकड़े और चुनावी यंत्र के अंतिम आंकड़े  में लगभग 5 करोड़ की आश्चर्य जनक रूप से बढ़ोत्तरी हुई है जिसने पूरे चुनाव परिणाम को बदल कर रख दिया है। अगर ये सत्य है ? तो श्रीमान, आप निश्चिंत रहिये टाईगर(  चुनावी यंत्र) न केवल जिन्दा है बल्कि आपकी कृपा से पूरी तरह तंदुरुस्त है रही बात शवयात्रा की, वो अगर किसी की  निकली है तो उसका नाम लोकतंत्र है? 


 

Report: Conduct of Lok Sabha Election 2024 

यह रिपोर्ट जो अपने सारे आंकड़े चुनाव आयोग की वेबसाइट द्वारा लेने की बात कर दावा करता है उसके अनुसार बीजेपी और उनके गठबंधन को 15 राज्यों की कम से कम 79 सीटों पर जीत इसी बढ़े हुए आंकड़े  Extra 2ab  ने दिलाई है । उल्लेखनीय है कि अमूमन अंतिम आंकड़े में ऐसी वृद्धि  दशमलव में होती थी जो जीरो से अधिक से अधिक 1% तक। पर इस बार पूरे देश में 4.72% की वृद्धि और कई राज्यों में 12% से अधिक हो गई आश्चर्यजनक है! इन 79 सीटों की पहचान को सार्वजनिक करते हुए कहा गया कि इन सीटों पर जीते गए वोटों की संख्या ,बढ़े हुए वोटों की संख्या से कम है। 


उड़ीसा में वोटों की यह वृद्धि 12.48% है अर्थात कुल 42 लाख वोट। मतलब  कुल 21 सीटों पर औसत प्रति सीट  2 लाख वोट की वृद्धि। बीजेपी यहाँ से 18 सीटों पर दो लाख से कम मार्जिन से जीत गई। महाराष्ट्र में 8.89% वृद्धि अर्थात औसत प्रति सीट 1 लाख 72 हजार वोट की वृध्दि। बीजेपी और एनडीए की यहाँ  11 सीटों पर इससे कम मतों से जीत हुई है। बंगाल में 4.83% की वृद्धि अर्थात प्रति सीट 87412 वोट  की वृद्धि यहां से बीजेपी 10 सीटों पर इससे कम मतों से जीती। इसी प्रकार आन्ध्रप्रदेश में 12.58 की वृद्धिसे 7, कर्नाटक में 4.08% की वृद्धि से 6, छत्तीसगढ़ में, 4.93% की वृद्धि से 5, राजस्थान में 5.60% की वृद्धि से 5, बिहार , हरियाना ,मध्यप्रदेश और तेलांगना से क्रमशः 3.30%, 6.43%, 3.5%, 4.28% की वृध्दियों  3-3, असम में 9.17% की वृद्धि से 2, अरूणाचल प्रदेश , गुजरात  केरल से क्रमशः 12.22%, 3.37%, 6.17% की वृद्धियों 1-1 सीटों पर जीत इसी बढ़े हुए वोटों अर्थात Extra 2ab  से हुई है। 


आश्चर्यजनक बात है सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य यूपी में वोटों की ये वृद्धि नार्मल रही मात्र 0.34%।  यूपी बीजेपी ने अपनी हार का प्रमुख दोष प्रशासन का सहयोग ना मिलना यूं ही नहीं बतलाया है! ऐसा लगता है कि 400 पार की तैयारी तो पूरी थी सिर्फ अनुमान लगाने में चूक हो गई। Extra 2ab कम पड़ गये और मामला 240 पर अटक गया। 


Vote for Democracy द्वारा किया गया तथ्यात्मक खुलासा भारतीय लोकतंत्र में क्या हो रहा है उसके लिए आंखे खोल देने लायक है। इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए। क्योंकि यदि ये सही है तो नई सरकार फर्जी है।  Vote for Democracy  का मानना है कि वोटों की इस तरह की बढ़ोत्तरी की कुल 3 संभावनायें हो सकती हैं यथा

1.यंत्र का साथ छेड़छाड़

2. यंत्र का बदल दिया जाना

3. यंत्र का आंतरिक तंत्र ही बेहद दोषपूर्ण है। 


ADR Report on counting discrepancy


एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने लोकसभा चुनाव के दौरान 538 में निर्वाचन क्षेत्रों के गिनती में विसंगति का खुलासा किया है। उसके अनुसार  362 निर्वाचन क्षेत्रों में  डाले गए वोटो में से 5,55,598 वोट कम गिने गए  और 176 निर्वाचन क्षेत्रों में डाले गए वोटो से 35093 अधिक वोट गिने गए हैं। हे ईश्वर! अभी  Extra 2ab मामला सुलझा भी नहीं कि  माईनस Extra 2ab और पलस Extra 2ab भी आ गया।


एडीआर का कहना है सवाल इन मतों से जीत हार का नहीं बल्कि चुनाव आयोग उस दावे की विश्वसनीयता का है जो उसने पहले भी सुप्रीम कोर्ट में फिर 25 मई 2024 के अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था ये यंत्र है एक वोट भी कम या अधिक नहीं हो सकता। इसलिए इसने चुनाव आयोग से 538 सीटों की पर अलग-अलग स्पष्टीकरण देने की मांग की है। ये मदर ऑफ डेमोक्रेसी की साख का सवाल है।


जहां तक चुनाव आयोग की साख  है वो तो जगजाहिर है। CSDS के नये पोल में देश की 72% जनता  इसकी निष्पक्षता पर भरोसा ही नहीं करती  सिर्फ 28% इसे निस्पक्ष मानती है। क्या पता बीजेपी पर भी इस चुनाव में वास्तव में 28% का ही भरोसा रह गया हो जिसे  Extra 2ab और पलस 2ab ने 36% पर पहुंचा दिया ? 


चुनाव आयोग से  गिनती में विसंगति पर सफाई ADR  ने तो मांगा ही है वहीं Vote for Democracy ने तो बकायादा नोटिस देकर Extra 2ab पर जवाब मांगा है। इन्हें जवाब अभी तक नहीं मिला है। कोई शायरी भी नहीं मिली है X(टवीट) के जरिये भी नहीं। तो फिर जवाब कि उम्मीद कहां से करें उनसे जो हमेशा अपने मन की बात करते हैं या उस सुप्रीमकोर्ट से, जिसने चुनाव आयोग की बातों पर भरोसा जताते हुए यंत्र को क्लीन चिट पहले ही दे कर अपनी कथित तकनीकी विद्वता दिखा चुका है। ऐसे में  जवाब जनता को ही देना होगा कैसे देती है ? इसे भी उसे ही तय करने होंगे। जवाब तो चाहिए ही अन्यथा अनुमान में जो चूक इस बार हुई वो अगली बार नहीं होगी। 400 पार होकर रहेगा! 

नोट : आखिरकार चुनाव आयोग का जवाब तो नहीं पर उस जैसा ही कुछ आ गया वो भी X पर। उसका कहना है कि किसी उम्मीदवार ने ऐसी शिकायत नहीं की और यह आयोग को बदनाम करने की कोशिश है। पहली बात उम्मीदवार को इतनी बड़ी घपलेबाजी पकड़ने की समझ नहीं हो सकती। दूसरे जो सवाल उठाये  गए हैं उसका  जवाब  तो दिया नहीं। रही बदनाम करने कोशिश! उसकी जरूरत है भी क्या? CSDS के पोल के अनुसार 72% लोग तो ऐसा नहीं समझते। 










 

























Parimal

Most non -offendable sarcastic human alive! Post Graduate in Political Science. Stay tuned for Unbiased Articles on Indian Politics.

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